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IIT ग्रेजुएट्स व बुद्धिजीवियों द्वारा जन कल्याण का यह प्रयास आर्थिक लाभ के लिए नहीं है।
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शिक्षा व रोजगार के सम्पूर्ण समाधान के लिए युवा शक्ति का आह्वान!
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गाँव- गाँव, शहर-शहर, एक हो शिक्षा, एक हो अवसर।
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शिक्षा क्रांति का ये अभियान, देश में बोर्ड एक सामान।
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अंग्रेजी नहीं करती प्रतिभा परीक्षण, हिंदी भाषा को दो आरक्षण।
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शिक्षा धनबल से मुक्त हो, सबको शिक्षा मुफ्त हो।
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गरीब बच्चे भी साथ बढ़ें, अफसर के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ें।
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शिक्षक करते राष्ट्र निर्माण, आओ बढ़ाएँ इसका सम्मान।
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शिक्षा से सम्मान तक, क्रांति से समाधान तक।
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शिक्षा का अधिकार न दो, शिक्षा दो, रोजगार दो।
- IIT ग्रेजुएट्स व बुद्धिजीवियों द्वारा जन कल्याण का यह प्रयास आर्थिक लाभ के लिए नहीं है।
- शिक्षा व रोजगार के सम्पूर्ण समाधान के लिए युवा शक्ति का आह्वान!
- गाँव- गाँव, शहर-शहर, एक हो शिक्षा, एक हो अवसर।
- शिक्षा क्रांति का ये अभियान, देश में बोर्ड एक सामान।
- अंग्रेजी नहीं करती प्रतिभा परीक्षण, हिंदी भाषा को दो आरक्षण।
- शिक्षा धनबल से मुक्त हो, सबको शिक्षा मुफ्त हो।
- गरीब बच्चे भी साथ बढ़ें, अफसर के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ें।
- शिक्षक करते राष्ट्र निर्माण, आओ बढ़ाएँ इसका सम्मान।
- शिक्षा से सम्मान तक, क्रांति से समाधान तक।
- शिक्षा का अधिकार न दो, शिक्षा दो, रोजगार दो।
Our Programmes
क्रांति से समाधान तक
- BRIDGING THE GAP IN EDUCATION AND EMPLOYMENT
- बिहार में 61.83% लोग साक्षर हैं। पुरुष – 70.32% और महिला – 53.57%। जो देश में सबसे कम है।
- बिहार के ग्रामीण क्षेत्र में पुरुष साक्षरता दर 57.1% तथा महिला साक्षरता दर 29.6% है।
- बिहार की प्रति व्यक्ति आय (₹ 54,110) है, जो देश में दूसरा सर्वाधिक न्यूनतम है।
- बिहार के गरीबों की जनसंख्या लगभग 33% है जो कि देश में सर्वाधिक है।
- शिक्षा की गुणवत्ता और बेरोजगारी, ये बिहार में दो मुख्य समस्याएं हैं।
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क्या हम कुछ नहीं कर सकते?
जरूर कर सकते हैं, केवल सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है।
Management Team
MENTORS
भूमिका















1. बिहार शिक्षा कायाकल्प
- सरकारी विद्यालयों में समग्र शिक्षा सुधार का कार्यक्रम
अवधारणा:
- हम विद्यालय को केवल सरकार के भरोसे नहीं छोड़ सकते।
- अपने विद्यालय के प्रति हमारा भी दायित्व है।
- विद्यालय, सामाजिक चेतना का केंद्र बने।
- सफल जीवन या सार्थक जीवन ?

स्वरुप:
- गैर - सरकारी
- विद्यालय प्रबंधन में कोई हस्तक्षेप नहीं
- समाज, पूर्व छात्रों, संस्थाओं आदि के सहयोग से क्रियान्वयन
- समग्र शिक्षा सुधार में सहयोगात्मक भूमिका
कार्यक्रम
- सामाजिक जागरण
- पूर्व छात्रों से संपर्क व संगठन का निर्माण
- विद्यालय प्रबंध समिति से संयोजन
- सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन
- आधारभूत संरचना सुधार कार्य
- पुस्तकालय व पुस्तकें
- अध्यापक प्रशिक्षण/अभिमुखीकरण कार्य
- राष्ट्रीय पर्वों का आयोजन
- धार्मिक पर्वों पर समाज के साथ समन्वय
- सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता
- विषय ज्ञान प्रतियोगिता
- खेल-कूद प्रतियोगिता
- वाद-विवाद प्रतियोगिता
- स्वस्थ्य परीक्षण
2. शिक्षा क्रांति
- ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सभी प्रतिभाशाली बच्चों को बोर्ड, इंजीनियरिंग, मेडिकल के लिए किफायती कोचिंग की सुविधा।
अवधारणा:
- शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त विषमताओं को दूर करने का प्रयास
- गुणवत्ता सर्वोत्तम, शुल्क न्यूनतम
- जन कल्याण का यह प्रयास आर्थिक लाभ के लिए नहीं
- तकनीकी शिक्षा में छात्राओं की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास

स्वरुप:
- हाइब्रिड मोड द्वारा पढ़ाई की व्यवस्था
- मुख्य शिक्षक गण IIT ग्रेजुएट्स
- गरीब छात्रों/छात्राओं के लिए 100% तक छात्रवृत्ति की व्यवस्था
- अंग्रेजी व मनोविज्ञान की अतिरिक्त कक्षाएँ
कार्यक्रम
- दिल्ली, कानपुर व वाराणसी में स्टूडियो की स्थापना
- भागलपुर से प्रारंभ कर सम्पूर्ण बिहार के सभी ब्लॉक में स्मार्ट कक्षाओं के माध्यम से शिक्षण
- नामांकन के बाद शिक्षा-ऋण की व्यवस्था
- IIT/AIIMS में नामांकन होने पर EWS छात्रों के चार वर्षों की फीस हमारा संस्थान देगा
- लक्ष्य IIT” और “लक्ष्य NEET” के छात्र, पहली बार असफल होने की स्थिति में दोबारा निःशुल्क पढ़ सकते हैं
3. रोजगार समग्र
- युवा वर्ग के रोजगार के लिए एक समग्र योजना
अवधारणा:
- हम केवल सरकार को दोष देकर समाधान नहीं प्राप्त कर सकते
- ग्रेजुएशन व अन्य युवाओं के शिक्षा व रोजगार के समग्र समाधान का प्रयास
- सामूहिक दायित्व बोध

स्वरुप:
- युवा शक्ति का एकत्रीकरण
- विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन और कार्ययोजना
- सामूहिक प्रयासों से समाधान की ओर
कार्यक्रम
- विवेकानंद युवा केंद्रों की स्थापना
- युवाओं का पंजीकरण
- वर्गीकरण- मुख्यतः तीन वर्गों के युवा होंगे
- वर्गानुकूल आवश्यकताओं के निर्धारण
- समग्र समाधान की योजना
- पहला वर्ग: ग्रेजुएशन में पढ़ने वाले या अन्य उच्च कक्षाओं के छात्र (सरकारी नौकरी के इच्छुक)
- दूसरा वर्ग: ग्रेजुएशन में पढ़ने वाले या अन्य उच्च कक्षाओं के छात्र (निजी क्षेत्र में नौकरी के इच्छुक);
- तीसरा वर्ग: जिनको अधिक आयु के कारण नौकरी नहीं मिल सकती या जो अन्य व्यवसाय करना चाहते हैं;
पहले और दूसरे वर्गों के छात्रों के लिए कार्ययोजना:
- लक्ष्य निर्धारण के लिए मार्गदर्शन;
- नौकरियों के लिए/व्यावसायिक शिक्षा हेतु कोचिंग;
- कौशल विकास-खासकर कंप्यूटर शिक्षा;
- व्यकित्व विकास के कार्यक्रम;
- अंग्रेजी में बोलना सीखने की योजना;
- इंटरव्यू मार्गदर्शन;
- सेना/पुलिस की भर्ती के लिए शारीरिक प्रशिक्षण (सेना के प्रशिक्षकों द्वारा);
- यदि सरकारी नौकरी नहीं मिल पाती है तो निबंधित निजी कंपनियों के आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण देकर नौकरी दिलवाने के प्रयास;
तीसरे वर्ग के युवाओं के लिए कार्ययोजना:
- मार्गदर्शन -क्या कर सकते हैं?
- आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण और कौशल विकास;
- कार्ययोजना;
- पूँजी की व्यवस्था;
- सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे लें?
- कार्ययोजना का क्रियान्वयन व समस्या निवारण;
- योजनाओं की जानकारी;
- पात्रता;
- दस्तावेज तैयार करना;
- आवेदन करना;
- अनुमोदन में सहयोग;
- कार्ययोजना का क्रियान्वयन व समस्या निवारण;